"मेरी आंखों की नमी" by Uncivilized Ravi

Hello friends, this song "मेरी आंखों की नमी" was my first song that I (Ravi Verma/Soni aka Uncivilized Ravi) wrote in early 2015 during my college days. This song is really very close to my heart as I remember my college days.



"मेरी आंखों की नमी" by Uncivilized Ravi


क्यु भीगा,


भीगा सा ये समा है?


क्यु ठहरा,ठहरा सा आसमा है ...


ओह ओ..

क्यु ठहरा,ठहरा सा आसमा है ...


वक़्त ने ना सुनी मेरी दास्तान,

भूल गया मैं खुद का रास्ता,

भूल गया मैं खुद का रास्ता |


अब जिंदगी से हार की गुजारिश है,

बीते लम्हो की कहानी ये बारिश है|


ये बारिश नहीं मेरी आंखों की ही नमी है,


हर बूंद में ही तेरी यादें बसी हैं..

हर बूंद में ही तेरी यादें बसी हैं.. |


भीग जा,इन बारिशो में

भूल जा उन ख्वाहिशों को

जो नहीं हैं तेरी..

जो नहीं हैं तेरी..


जो चाहे दिल,बया करना दिल की बातें..

इन बारिशो की जुबान क्यों नहीं है..

Uncivilized Ravi/ Ravi Verma holds all the rights. 

No part can be used without author's permission. 

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